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Battery (Law of Tort)

 



Battery वह Tort है जिसमें कोई व्यक्ति जानबूझकर दूसरे व्यक्ति के शरीर को बिना अनुमति के छूता है, और वह छूना हानिकारक या आपत्तिजनक होता है।


Battery के तत्व (Essential Elements):


1. शारीरिक स्पर्श (Physical Contact): प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शरीर से संपर्क होना चाहिए।


2. जानबूझकर किया गया (Intentional): यह कार्य जानबूझकर किया गया हो, गलती से नहीं।


3. बिना सहमति (Without Consent): पीड़ित की अनुमति के बिना संपर्क हो।


4. हानिकारक या आपत्तिजनक (Harmful or Offensive): संपर्क से चोट लग सकती है या वह असहज हो।



उदाहरण (Examples):


🪄किसी को थप्पड़ मारना।

🪄बिना पूछे किसी का हाथ जोर से पकड़ना।

🪄किसी पर पानी या कीचड़ फेंकना।



महत्वपूर्ण केस:

Cole v. Turner (1704): इसमें कोर्ट ने कहा कि हल्का स्पर्श भी यदि गुस्से या आक्रामक भाव से हो, तो वह बैटरी हो सकता है।


Holi में रंग फेंकना – क्या ये Battery (Tort) है?


उत्तर: "सामान्यतः नहीं, लेकिन **कुछ स्थितियों में हो सकता है।"


Battery (Tort) के लिए तीन प्रमुख बातें ज़रूरी होती हैं:


1. जानबूझकर शारीरिक संपर्क (Intentional physical contact)

2. बिना सहमति (Without consent)

3. आपत्तिजनक या हानिकारक होना (Harmful or offensive)


Holi के केस में:

सामान्य परिस्थिति में:


📢 होली में रंग खेलने की सामाजिक सहमति (Implied Consent) होती है।


📢 यदि सभी लोग होली खेलने के लिए तैयार हैं, तो रंग फेंकना Battery नहीं माना जाएगा।


📢 अगर कोई व्यक्ति साफ मना करे: अगर कोई व्यक्ति साफ कहे कि "मुझे रंग मत लगाओ" और फिर भी कोई ज़बरदस्ती रंग लगाए, तो यह Battery के तहत टॉर्ट हो सकता है।


📢 अगर रंग से चोट हो जाए: यदि कोई रंग हानिकारक हो (जैसे केमिकल वाला रंग), जिससे स्किन जल जाए या आँखों को नुकसान हो,


तो यह Battery + Negligence दोनों हो सकते हैं।


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न्यायालय में कैसा देखा जाएगा?

भारतीय कोर्ट्स सामाजिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि को भी ध्यान में रखती हैं।

इसलिए "होली" जैसे त्योहारों में हल्के रंगों के आदान-प्रदान को Battery नहीं माना जाएगा, जब तक कि स्पष्ट आपत्ति न हो।