“घोषणा अधिकार” (Declaratory Right) जहां भी व्यक्ति को लगता है कि उसका कोई वैध कानूनी अधिकार या स्थिति है, और वह विवादित या अस्पष्ट है — वहां वह ‘घोषणा अधिकार’ के तहत न्यायालय से स्पष्टता या पुष्टि माँग सकता है।
📢 यह मांग Specific Relief Act, 1963 की धारा 34 के अंतर्गत की जाती है।
घोषणा अधिकार किन-किन चीजों का हो सकता है?
1. संपत्ति का अधिकार (Right to Property)
🪄 इस अधिकार को घोषित करवाने के लिए घोषणा अधिकार का प्रयोग किया जाता है।
“यह भूमि मेरी पैतृक संपत्ति है और मैं इसका मालिक हूँ।”
2. वैवाहिक स्थिति (Marital Status)
🪄 विवाह वैध है या नहीं, इसे घोषित करवाना।
जैसे: "मैं इस व्यक्ति की विधिवत पत्नी/पति हूँ।"
3. उत्तराधिकार (Succession/Inheritor’s Right)
🪄 कोई व्यक्ति उत्तराधिकारी है या नहीं, यह स्थापित करना।
जैसे: “मैं अपने पिता का वैध उत्तराधिकारी हूँ।”
4. नाम, जाति या धर्म की स्थिति
जैसे: “मेरा असली नाम ___ है” या “मैं ___ जाति का हूँ।”
5. दस्तावेज़ की वैधता/अवैधता
🪄 किसी दस्तावेज़ को अवैध, जाली या निष्प्रभावी घोषित कराना।
जैसे: "यह विक्रय विलेख (Sale Deed) धोखाधड़ी से बना है और अमान्य है।"
6. अनुबंध/करार का अधिकार
🪄 यह घोषित कराना कि कोई अनुबंध अभी भी वैध और लागू है।
खासकर तब, जब दूसरी पार्टी उसे रद्द कर चुकी हो।
7. नौकरी या पद पर अधिकार
🪄यदि किसी कारण से पद से हटाया गया हो तो व्यक्ति उस पर अपना अधिकार घोषित करवाना चाहता है।
जैसे: “मैं इस सरकारी पद पर विधिपूर्वक नियुक्त हुआ हूँ।”
8. किसी संस्था या समाज में सदस्यता का अधिकार
जैसे: “मैं इस संस्था का वैध सदस्य हूँ और मेरे अधिकार समाप्त नहीं हुए हैं।”
9. किसी विधिक स्थिति की व्याख्या
जैसे: “इस निर्णय/अधिनियम के अंतर्गत मुझे यह कानूनी लाभ प्राप्त है।”