प्रार्थना पत्र वास्ते बनाये जाने पक्ष मुकदमा अनुसार आर्डर 1 नियम 10 धारा 151 सी०पी०सी०
श्रीमान जी,
विनम्र निवेदन है कि वादी एव प्रतिवादी के दुरभि सन्धि के आधार पर उपरोक्त वाद प्रस्तुत किया है उपरोक्त वाद की अफवाहन जानकारी होने पर प्रार्थीगण वर्तमान प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया है।
वादी ___A B__द्वारा सम्पूर्ण प्रतिफल प्रतिवादी __C_ से प्राप्त कर भूमि गाटा सं० 1/0.4980 हे0 का 1/3 भाग व 1/3 भाग हिस्सा 0.1660हे0 प्रत्येक का कुल रकबा 0.3320हे0 दोनो का यानी 0.3320 हे0 का बैनामा ____C___ के पक्ष में दिनांक _______ को कर दिया है जिसके आधार पर दाखिल खारिज की कार्यवाही ____ को हो चुका है और इसी बैनामें दिनांकित ____ एवं दाखिल खारिज आदेश के अनुक्रम में प्रार्थीगण ने ____B C___ सम्पूर्ण भूमि गाटा सं० 1 का रकबा 0.3320हे0 का बैनामा सम्पूर्ण प्रतिफल देकर दिनांक ______ को प्राप्त कर लिया और बैनामे के अनुसार प्रार्थीगण का कब्जा व दखल है वादी ने प्रतिवादी से दुरभि सन्धि कर लिया है और बिना प्रार्थीगण को पक्ष बनाये और न्यायालय पर तथ्यों को छिपाकर वाद प्रस्तुत कर लिया है विक्रीत भूमि का प्रार्थीगण बैनामेदार है और प्रार्थीगण को जानबूझकर पक्ष वाद नहीं बनाया गया है जबकि वाद पत्र में लिए गये आधार का साक्ष्य सबूत भी प्रार्थीगण के पास मौजूद है यदि प्रार्थीगण को पक्षवाद न बनाया गया तो प्रार्थीगण की अपूर्णनीय क्षति होगी और बिना प्रार्थीगण के पक्ष वाद बने मुकदमें में सही तथ्यों के बिना समुचित निस्तारण सम्भव नही है।
अतः प्रार्थना है प्रार्थना पत्र स्वीकार किया जावे और वादी को निर्देश दिया जाय कि प्रार्थीगण को पक्ष मुकदमा बतौर प्रतिवादी बनाये जिससे प्रार्थीगण न्यायालय श्रीमान जी के समझ सही तथ्य रख सके।